चुपी या गुरुर
हम तुम्हे चाह्ते है
लेकिन कह नहीं पाते है
जाने एसे क्यों लगता है जेसे कोइ हमे खिचता है
सायद हमारा गुरूर है जो यह हमे नहीं करने देता है
देखते ते आगे क्या होता है
चुपी टूटती है या गुरुर देखते है
हम तुम्हे चाह्ते है
लेकिन कह नहीं पाते है
जाने एसे क्यों लगता है जेसे कोइ हमे खिचता है
सायद हमारा गुरूर है जो यह हमे नहीं करने देता है
देखते ते आगे क्या होता है
चुपी टूटती है या गुरुर देखते है
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