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Showing posts from June, 2021

बचपन के पल

बचपन के पल जो बिताए थे तेरे साथ न जाने आज क्यों बहुत याद आ रही है.. 

कल की फ़िक्र

कल की फ़िक्र में आज को बर्बाद मत कीजिए आज को ही भरपूर से जी लीजिए 

दुनिया की रिवाज

तेरे जिंदगी में सारे रंग भरेंगे ताउम्र तुझसे ही प्यार करेंगे दुनिया की सारी रिवाज को तोड़ देंगे..... 

अनकही बातें

क्या कहें कुछ बातें अनकही होती है 

तन्हा

तुम भी तन्हा थे हम भी तन्हा हे यह आलम चलने दो  सिर्फ हमारी कुछ ख्वाब सच होने चाहिए.. 

अधूरी कहानी

कुछ अधूरी कहानी अछे होते हैं जेसे कड़वी दबाई सहत के लिए 

फर्क

किसीके बातों से कभी कोई फर्क नहीं नहीं पड़ना चाहिए तुम्हें हमेशा खुद की सुनो खुद की फैसलों पर  ड़टी रहो.. 

ख़ाब

ख़ाब बनकर सताया मत करो अगर हिम्मत है तो हकीक़त बनकर सामने आओ.. 

चुप रहना

कभी कभी चुप रहना भी अपने आप में एक योग कला होता है..