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Showing posts from July, 2020

मेरा सत्ता

है भगबान मेरे उपर दया करना अपनी कृपा मुझ पर हमेसा रखना मुझे अपनी मंज़िल तक पहुंचाना आसमान को मुझे है छुना सबसे आगे मुझे है बढ़ना दुनिया को दिखलाना है क्या अज़ुबा मुझमें है इस अजुबे को दिखाने में तुम्हे मेरी मदद करनी है उम्मीद नहीं मुझे बिस्वास है तुम मुझे राह दिखलाओगे अपनी मंजिल तक पहुंचाऊंगे

सहना ही ज़िंदेगि है

यह जिवन अनमोल है इसका सदुपयोग करना सिखो चाहे आए कोई आन्धी तुफान उसका सामना करना सिखो यह जिवन सुख दुख का मिलावट है इसमे धीरज रहना सिखो कभी सुख के फुल बरसते है तो कभी गम की बरसात होती है

पैग़ाम

चाहत का जूनून मुझ पर एसे सवार है उसके सिवा मानों जैसे और कोई चिज़ संसार में नहीं है चाहत की आग में एसे जल रही हूँ मानों शमा परवाना जैसा हाल है चाह्त की सिवा और कुछ नहीं जानता न खाना और न सोना यार मेरी एक बात जरुर याद रखना कभी किसीसे दिल ना लगाना

चाहतें

मुझे तुम क्यूँ अछे लगते हो यह मुझे पता नहीं मुझे तुम कितने अछे लगते हो यह भी पता नहीं तुम अब कैसे दिख रहे हो पता नहीं तुम अब कहाँ हो यह भी पता नहीं तुम मुझे चाहतें हो या नहीं यह भी पता नहीं में तुम्हे चाहती थी, चाहती हूँ, चाहती रहूंगी यह सिर्फ मुझे पता है

सिकायत

हर पल याद सताती है हर पल याद रुलाती है तुमसे मिलने को यह दिल बेकरार है क्या तुम्हे इस दिल कि कोइ परवा नहीं है अगर तुम्हे इस दिल कि कोई परवा नहीं है मुझे नहीं रहना है इस माया संसार में जहाँ नहीं हो तुम

किसीके याद में

आपसे मिलने को दिल बेकरार है; आप जल्दी इस दिल को करार दीजिए; मुझे दुनिया का कोई परवा नहीं परवा नहीं किसिके कहने कि; परवा हे तो सिर्फ आपकी; आपके पास हमेशा रहना है आपके दिल में समाना हे; बस आपसे इतना कहना है आपके मन मंदिर में रहना है

जन्मदिन

मुबारक हो आपको जन्मदिन दुआ करती हुँ आपको लगजाए मेरी उमर भगबान आपको बुरी नज़र से बचाए आपके जिवन में खुसिया भर दे हर एक चिज़ आपको मिले जिसकी कल्पना आपने कि हो पुरे हो आपके सारे सपनें पुरे हो दिल के सारे अरमानें जिसको कल्पना आपने कि है दिन रात करती हुँ यही दुआ भगबान इसे पुरा जरुर करना

किसके लिए यह सारी सपने

सपने सजाती हुँ, सपनों में रहती हुँ किसके खयालो में खुद्को भुल जाती हुँ सपनों में किसके साथ क्या बात करती हुँ आँखों खुलते ही सब भूल जाती हुँ यह कैसा सपना है , रोज इससे देखती हुँ इन सपनों को सच करने की कोसिस करती हुँ यह सपने अब मेरी ज़िंदेगि बन चुके हैं इनके बिना जिने कि इच्छा नहीं है

प्यार

प्यार कब कैसे हो जाता है यह किसे पता नहीं चलता है कभी हवा में इसका एह्सास होता है कभी फुल में, कभी वादल में तो कभी घटा में प्यार के जरीए दो दिलों कि कहानी एक हो जाती है प्यार के कोई रुप होते है प्यार परमेस्वर का वरदान है प्यार दिल के अन्दर से निकलती है प्यार अमिरी ग़रीबी नहीं देखती नहीं देखती है पाप पुण्य इसे सिर्फ अपना वजुद देखती है प्यार एक ही चीज़ है जो हमे परमेस्वर के निकट ले सकती है

कहना जरूरि है

कभि कभि कहना भी जरूरि है क्यों कि हर कोइ चुपी समझता नहीं चुप रहना कभि कभि कायरता समझा जाता है इसलिए कहना भी जरूरि है

चुपी या गुरुर

हम तुम्हे चाह्ते है लेकिन कह नहीं पाते है जाने एसे क्यों लगता है जेसे कोइ हमे खिचता है सायद हमारा गुरूर है जो यह हमे नहीं करने देता है देखते ते आगे क्या होता है चुपी टूटती है या गुरुर देखते है

कहां खो गयी हूँ?

फूलों के संग में खिलखिला रही हूँ भबरॉ के साथ गुनगुना रही हूँ हबा के साथ मैं बात कर रही हूँ पँछी के सांग उड़ रही हूँ जाने किस खयाल मैं डूब गयी हूँ यह मुझे मालूम नहीं कहां खो गयी हूँ यह मुझे मालूम नहीं कहां खो गयी हूँ

पहली मोहबत

हर तरफ हर कोने में तेरा एह्सास है तु दुर होकर भि मेरे पास है पहली मोहबत का एहसास है तु केसे बताऊँ में क्या प्यास है तु जीना है मुझ्को इस एहसास के साथ तु ही मेरा पहला और आखिर मोहबत है

खत माँ के लिए

है माँ मुझे अपने अन्दर समाले हमे अपनी आँचल में छूपाले बस तु हि एक अपनी है हर किसीने हमे आजमाया है एक तेरे सिबा अब कोइ अछा नहीं लगता है

गुजारिश

हमे आदत नहीं किसिके आगे झुकने कि सिबाए तुम्हारे इस आदत को केसे कायम रखना है हम तुम पर छोडते है उमीद है हमे तुम निरास नहीं करोगे मेरी नया के खबया बन के सदा रोहोगे