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Showing posts from April, 2020

सिर्फ तुम

दिल चह्ता है सिर्फ तुमको दिल मांगता है सिर्फ तुमको दिल धुंड्ता है , सिर्फ तुमको दिल पूजता है सिर्फ तुमको इस दिल में सिर्फ तुम हो तुम्हारे सिवा दिल का कोइ वजुद नहीं इसलिए तुम जलदी मेरे पास आओ मेरे दिल में समा जाओ

बेवस दिल

ये कैसी बेवसी है ये कैसी मजबुरी है तुम सामने हो कर भी यह कैसी दुरी है यह कैसे समाज है जो दो दिलों के मिलन पर हमेशा अंकुश लगता है है भगवान मुझे इतनी ताकत देना इस समाज को तोड़ कर , मुझे है आगे जाना

नजारे ए इस्क़

चारों तरफ हरियाली है गुलाबों के फ़ूल खिले हो भँवरें गुनगुना रहे हो एसा वह नज़ारा हो झरनों से पानी गिर रहा हो तितलियाँ सारी उड़ रही हो एसा वह नज़ारा हो जहाँ हम तुम अकेले हो और वहां कोइ ना हो सिर्फ हम तुम हो

सावन

सावन जल्दी से आ जारे तुम्हारा इंतज़ार सबको कबसे है रे कबसे तुम्हारा इंतज़ार में हम तड़प रहे रे अव ये इंतज़ार सहा नहीं जाता रे जलदी से तु आजारे लेके गुलदस्तारे इंतज़ार करती हूँ   में तुम्हारा रे जल्दी से तु आजारे

मे और तुम

जब मे रूठ जाऊँ तो तुम मुझे मनाना जब तुम रूठ जाओ तो मे तुम्हे मनाऊं जब में रोदो तो तुम मेरे आसूँ पोछ्ना जब तुम रोदो तो मे तुम्हारी आसूँ पोछुन तुम मेरे खुसियों में सामिल होना में तुम्हारी खुसियों में सामिल होंगी इस तरह हम एक दूजे को समझेंगे एक दूजे में खो जायेंगे

एक अजूबा

इस दुनिया मे कितने अजूबे हें जैसे सुरज को देखकर चान्दनी मुस्कुराती है घटा को देखकर मौर नाचती है फूलों को देखकर भँवरें गुनगुनाते है लेकिन दुनिया कि सबसे बड़ा अजूबा है जो तुम्हे नहीं पता है तुम्हे देख कर मुझे कुछ होता है

लम्हा

हर घड़ी सोचती हूँ तुम्हे हर लम्हा पुजती हूँ तुम्हे लेकिन तुम कैसे पथर हो जो इस दिल को समझ नहीं पाते हो अगर तुम इस दिल को समझोगे नहीं तो इस दिल को कहानी किसे सुनाउंगी

कौन चाहेगा?

तुमसे ज्यादा मुझे कौन चाहेगा ? तुमसे ज्यादा कौन मुझे प्यार करेगा ? तुमसे ज्यादा कौन मुझे समझेगा ? तुमसे ज्यादा कौन मेरे दिल को समझेगा ? तुमसे ज्यादा कौन मेरे निगाहों को पढ़ेगा ? तुमसे ज्यादा कौन मेरी तन्हाइयों को दुर करेगा ? तुमसे ज्यादा कौन मुझे समझ पाएगा ? सायद इस जग में तुम जैसा कोइ नहीं होगा

में क्या थि क्या हो गई ?

जाने मुझे जाना कहाँ था लेकिन में कहाँ आ गई जाने मुझे करना क्या था लेकिन में क्या कर गई जाने मुझे लिखना क्या था लेकिन में लिख क्या गई जाने मेरे साथ एसा क्यूँ होता है करना कुछ है लेकिन करजाति हूँ कुछ और जाने मेरे साथ क्या हो रहा है इसके बारे में खुद मुझे पता नहीं

जुबाएँ इस्क़

कैसे यह कहो तुमसे मुझको मोहाबत है सिर्फ तुमसे चाहती हूँ तुमको मगर   कैसे कहूँ ये तुमसे जाने वो कौनसा बंधन है जो मुझको कहने से रोकता है है खुदा तु ही कोइ रास्ता बता

मेह्बूबा

काले काले बाल तेरे गुलाबी गुलाबी होठ तेरे मोतियों सा दाँत चमकता है आँखों में जेसे सागर है वदन तेरा गोरा गोरा बातें तेरी सहद की तरह इसे आगे में कुछ कह ना पाऊँ जि चाहता है तेरे दिल में समा जाऊँ

जब तक है जान

तुम चाहें मानो मुझको या तुम ना मानो तुम चाहे चाहों मुझको या तुम ना चाहों तुम चाहें समझो मुझको या तुम ना समझो में तो मानोंगि तुमको जब तक है जान में तो चाहूँगी तुमको जब तक है जान में तो रहूंगी सदा जब तक है जान तुझपे य जान है कुरबान

मेरी पुजा

तुमको पुजा तुमको चाहा तुमको माना सिर्फ तुमको जाना तुम हि हो मेरे मंदिर तुम हि हो मेरी पुजा तुम सिर्फ तुम हो

हमको तुमसे

धरती को अम्बर से जितना है प्यार सितारों को चंदा से जितना है प्यार मुझे तुमसे है उतना ही प्यार फूलों को भँवरों से जितना है प्यार मुझे तुमसे है उतना प्यार पेड़ों को पत्तों से जितना है प्यार पँछी को गगन से जितना है प्यार मुझे तुमसे है उतना प्यार

मुझे तुमसे

समुँदर को प्यार हें पानी से चंदा को प्यार है चाँदनी से धरती को प्यार है सावन से अम्बर को प्यार है सुरज से फूलों को प्यार हें भँवरो से पेड़ों को प्यार हें अपने पतो से लेकिन मुझे प्यार है सिर्फ तुमसे

एह्सास

   हवा का झोका मुझे आपका एह्सास जताती है फूलों का रंग मुझे मुझे आपका एह्सास जताती है जुगनु की ज्योती मुझे आपका एह्सास जताती है भब्रो की गुँजन मुझे आपका एह्सास जताती है सुरज की किरण मुझे आपका एह्सास जताती है झरनों क जल मुझे आपका एह्सास जताती है आप ही बताइए कौन सी चिज़ आपको मेरी एह्सास जताती है

मे दीवानी

   आपको मे इतनी चाहती हूँ दिवानो की तरह गलियों मे ढूँड्ति हूँ जिसे देखो आपके बारे में पूछती रहती हूँ केसी दीवानी हुँ में जो आपके लिए भटकती रहती हुँ आपके नाम का दिया मंदिर में रोज़ चढाती हुँ आपके इंतज़ार में आधी उमर गुज़र गई प्रार्थना करती हुँ भगबान से आपको न देखे पुरी उमर न गुजरे...........................

तुम कैसे हो

तुम कैसे भगबान हो जो तुम्हारे पास दिल नहीं है ? क्यूँ तुम दिल से दिल मिलाते हो ? वापस उसे तोड़ देते हो तुम्हारे पास तो दिल नहीं है तो तुम क्यूँ दिलकी बात लिखते हो आगे इस दिल के बारे में सोच समझकर फैसला करना

अजनबी

सब जानकर आप इस तरह बरताब करते हें जैसे आप कुछ नहीं जानते है लब्ज़ो को अपना कैसे हमेशा बंद रखते है जाने खुदा कब आप किसीसे बात करते हें कैसे इनसान है आप , इस तरह कैसे रह्ते है दुनिया मे हो कर भी , दुनिया में रह्ते है आप मुझे आपने गुमसुमपन का राज बताइए में भी बनूंगी आपकी तरह सब कुछ जान कर अनजान बनूंगी लब्ज़ो को हमेशा बंद रखूंगी

चाहत

   मुझे पता है आप मुझे बहुत चाह्ते हें लेकिन आप मेरे सामने इसे कुबुल नहीं करते हैं आप अकेले में आहे भरते हें किसीको कहने से क्यूँ कतराते है जानती हूँ में आप मुझे चाह्ते है फिर भी क्यूँ हमेशा बात घुमाकर कहते है सबकुछ जानकर अनजाने बनजाते जाने आप क्यूँ एसा करते है

याद आते हो

   दिन हो या रात हो गम हो या खुसि तुम मुझे हमेशा याद आते हो सावन हो या पतझड़ हो भिड़ हो या तन्हाई तुम मुझे हमेशा याद आते हो चाहें जागो या सों चाहे खाऊँ या न खाऊँ तुम मुझे हमेशा याद आते हो

रिश्ता

एक अंजाना सा चेहरा सपनों में आता है मुझे हमेशा अपने ओर बुलाता है जेसे जनम जनम का रिश्ता है वेसे ही कोइ डोर मुझे उसकी तरफ खिंचता है जाने कौनसी वह डोर है जो मुझे उसकी तरफ खिंचता है में भी पगली की भाती , दिवानी की तरह उसके और खिंची जाती हूँ जाने वह अंजान किधर है लेकिन मुझे लगता है मेरे आसपास है

भगवान का तोफा

आप ही हैं जो मेरे दिल को समझते हो आप ही हो जो मेरे दर्द को समझते हो आप ही हो जो इसकी मरहम पट्‌टी करते हो आप ही हो जो मुझे हमेशा दिलासा देते हो इस दुनिया में आप ही हो जो मेरे दिल को अछी तरह समझते हो भगवान ने आपको सिर्फ मेरे लिए बनाया है सायद इसलिए आप मुझे अछी तरह समझते है आपके खयाल मुझसे मिलते जुलते है में सदा रहूंगी भगवान के पास आभारी जिसने आप जेसा अनोखा तोफा मेरे लिये भेजा है

तुम बिन

   मुझे नहीं जिना इस जग में जहाँ तुम नहीं हो मुझे नहीं सुननी है ऐसी बात जिसे तुमने नहीं कही हो मुझे नहीं खाना ऐसा खाना जिसे तुम्हारी हातों की खुसबू न आए मुझे नहीं सोना है वहाँ जहाँ तुमने अपनी आँचल ना बिछाइ हो जल्दी से आकर तुम मुझे ले लो मुझे रहना है सिर्फ तुम्हारे पास

दिल

   इस दिल में क्या है में कैसे कहूँ जुबाँ तक आकर लौट जाती है जो भी कहना है मुझे में निगाहों से कहती हूँ तुम मेरे निगाहों को पढ़लो इस निगाहों से सारी दिल की बात जान लो

उलझन

लब्ज़ो से कहना सको बिन कहे रह ना सको यह केसी उलझन मे तुमने डाला है मुझे तुमको पाके कहना सको तुमको देखे ना रहे सको यह केसी उलझन में तुमने डाला है मुझे बिन तुम्हारे कुछ न कर सको तुमको देखे सब कुछ कर सको यह केसी उलझन में तुमने डाला है मुझे जाने एसा क्यूँ होता है मेरे साथ कोई बतादे मुझे लब्ज़ो से कहना सको विन कहे रह ना सको यह कैसी उलझन में तुमने डाला मुझे

हम आपको है कौन

   हम आपको मानते है हम आपको पूजते है हम आपको बहुत चाह्ते हैं मगर कह नहीं पाते यह कैसी मज़बूरी है यह केसा फांसला है चाहते हुए भी हम इसे मिटा नहीं पाते है जाने ये कैसे बाँते है जो मुहँ तक आकर लोटे जाती हैं अब इसको दिल में नहीं रखा जा सकता और किसीको इसके बारे में कहा नहीं जा सकता यह कैसी मुसीबत है इसका हाल आप ही बता दिजिए

जाने कौन है

           जाने कौन है , जो खयालो में आता है जाने कौन है जो नींदे चुराता है जाने कौन है जो हर वक़्त सताता है जाने कौन है जो होस उड़ाता है जाने कौन है जो सपने दिखाता है जाने कौन है जो मुझे चांद पर लेने की बात्त करता है जाने कौन है ?

जाने क्या होगा

आज में हूँ , आज तुम हो जाने कल में न होंगी लेकिन तुम मुझसे यह वादा करो तुम मुझे हमेशा याद करोगे हर घड़ी हर पल तुम मुझको सोचोगे हमेशा तुम मुझको याद करोगे चाहे में पास रहो या दुर चलिजाओ लेकिन तुम मुझको हमेशा दिल में रखोगे

इबादत ए इस्क़

मेने तुमसे प्यार किया है कोई सौदा नहीं किया है ज़िंदेगि भर साथ निभाने का वादा किया है तुम्हारी हर बुराई अछाई को अपना लिया है मेंने अपना दिल तुमपे वार दिया है लेकिन तुमको इसकी खबर नहीं न इसका एह्सास मुझको बिस्वास है एक दिन होगा तुमको मेरे प्यार का एह्सास