खामोश Get link Facebook Twitter Pinterest Email Other Apps - December 28, 2021 खामोशी भी बहुत कुछ कहती है... Read more
अनकही अल्फाज़ Get link Facebook Twitter Pinterest Email Other Apps - December 25, 2021 कुछ अनकही अल्फाज़ आज भी मेरे कानों में गूंज रहा है शायद मुझे सुनने की आदत नहीं थी तब लेकिन अब उसे सुनने के लिए कान तरस रहे हैं Read more
बुलंद Get link Facebook Twitter Pinterest Email Other Apps - December 21, 2021 खुद को कर बुलंद इतना की मौत से भी तू न कतराए मौत सामने भी हो तो ओठों से मुस्कराहट न खो जाये Read more
धरती माँ Get link Facebook Twitter Pinterest Email Other Apps - December 18, 2021 तुझको ओढ़ के तेरे से लिपटकर धरती माँ के लिए खुद को न्यौछावर कर के तुझमे समा जाओ ओ मेरे प्यारे तिरंगा.... Read more
ख्वाब Get link Facebook Twitter Pinterest Email Other Apps - December 15, 2021 पंछी की तरह उड़ने की ख्वाब रखता हूं सेर की तरह दहाड़ की शक्ति भी रखता हूं कुछ अलग सा अंदाज है मेरा खुद ही आग खुद ही पानी में तब्दील होता हूँ Read more
बेमौसम की बारिश में Get link Facebook Twitter Pinterest Email Other Apps - December 11, 2021 बेमौसम की बारिश में हम भीगते रहे बहुत दिनों बाद सास लेते हुए सुकून पाए.. Read more
सिलसिला Get link Facebook Twitter Pinterest Email Other Apps - December 07, 2021 कभी हम कहते हैं कभी तुम कहते हो. एसे ही कहना का सिलसिला चलता रहे Read more
अनकही अल्फाज़ Get link Facebook Twitter Pinterest Email Other Apps - December 04, 2021 कुछ अनकही अल्फाज़ कुछ अनसुनी अल्फाज आज भी किसका इंतजार कर रहे हैं Read more