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Showing posts from August, 2021

एहसास

पहली पहली बार यह एहसास हुआ है मुझे लोग कहते पहेली मोहब्बत का आगाज़ है यह.. 

तेरा साया

तू चल में तेरे पीछे साया बनके चलती रहोगीं कभी भी तेरा साथ नहीं छोड़ेंगी ..

खुसनुमा शाम

यारों के साथ बिताने में अजीब सा सुकून मिलता है कुछ यादें ताजा होती है कुछ लम्हे बन जाते है 

नन्ही परी

रात को कोई नन्ही परी आए  हमे ढेर सारी खुशियां देके जाए. 

यह लम्हें

यह लम्हें यहीं पे ठहरे जाने दो हमे टूटकर बिखर जाने दो. हमे अपने आगोश में ले लो हमे तुम में खो जाने दो.. 

मेरा कमरा

मेरा एक कमरा है जिसमें मेरे सारे ख्वाहिश समा हुई है ...

दर्द में खुसी

दर्द में खुसी ढूंढ लेते है ग़म में हसी ढूंढ लेते है रब ने बनाया है हमे एसे मानो खुद से खुद की पहचान रोज होती है.. 

कल की फ़िक्र

कल की फ़िक्र में आज को बर्बाद मत करो 

मोहब्बत

मोहब्बत हो गयी थी हमे पर हमे पता न चला जब वो हमे छोडकर चली गई तभी एहसास हुआ अजीब है यह मोहब्बत  जब होती है तब इसकी कदर नहीं होती है  जब दूर कोई चला जाता है  तब सासें रुक जाती है...  © tejsayari