पत्थर की मुरत

कौन कहता है तू पत्थर की मुरत है
मुझे तो तेरा हँसना रौना सब दिखता है
तू अभिमान भी करती है तू गुस्सा भी करती है प्यार भी जताती है
पर एक शिकवा है तुझे सामने क्यों नहीं आती है???? 

 

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