टूटा हुआ मानसी
जो खुद हर पल रोते हुए जि रहे
है
वह क्या दूसरों को हसाएगें
जो खुद टूट कर जि रहे है
वह क्या किसीको उम्मीद की किरण दिखाएगें
जो खुद ज़िंदा लाश बनगए है
वह क्या दूसरों को जीना सिखाएगें
जिसने अपना वजुद खो दिया है
वह क्या किसीकी मदद करेगा
वह क्या किसीका सहारा बनेगा
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