राक्षसों के बीच में

हमे जीना है इसी जग में
इन राक्षसों कि भिड़ में
हमे अपने आपको जगाना है
इन राक्षसों कि भिड़ में
हमे सचाई की राह पर चलना है
इन राक्षसों कि भिड़ में
हमे इस धरती पर सोना उगलबाना है
इन राक्षसों कि भिड़ में
हमे इस धरती पर अमन लाना है
इन राक्षसों कि भिड़ में
हम भगवान के वरदान है यह एहसास दिलाना है
इन राक्षसों कि भिड़ में
कभी कदम पीछे नहीं लेंगे
हर बला का सामना करेंगे
खुद ही खुद की शक्ति बनेंगे
लेकिन वादे से कभी ना मुखरंगे ।

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