नसीब
किसिसे ना है कोइ शिकायत
न किसिसे मिला
मेरे नसीब मैं जो लिखा था
वोहि मुझे मिला
वफा कि जहाँ उमीद कर
बहाँ से बेवफा
मोहाबत की जहाँ उमीद कर
बहाँ से शिकबा
शायद यह मेरे नसीब मैं लिखा था
यही मुझे मिला
शिकबा नहीं रोस नहीं रबसे
जो तकदिर मैं लिखा था वोहि मिला....
Comments
Post a Comment