क्यों

तुम जितना भुलाने कि कोशिश करोगे
मैं उतनी याद आऊँगी
तुम जितना दुर जाने कि कोशिश करोगे
मैं उतनी पास आऊँगी
तुम जितना जलाने कइ कोशिश
मैं उतनी हि प्यार तुम्हे करोंगि
तुम जितना सताने कि कोशिश करोगे
मैं उतनी करीब आऊँगी
तुम जितना फ़ासला बढ़ाने कि कोशिश करोगे
में उतनी करीब आऊँगी
चाहे तुम लाख कोशिश करो मुझसे दुर होने कि
मगर मैं हमेशा तुम में रहोंगि

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