आज और कल

आजकल हमें अन्धेरों से प्यार होने लगा है
क्यूँकि उजालो से डर लगता है
आजकल दिल लगाने के लिए भी डर लगाता है
क्यूँकि बेवफाओं के वार से यह बिखर चुका है
आजकल भिड़ में रहने कौ दिल डरता है
क्यूँकि तनहाइयो से हमे प्यार होने लगा है
आजकल प्यार करनें से डर लगता है
क्यूँकि प्यार से धोका मिल चुका है

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