दिल लगाने कि सजा
तुम हमसे दूरिया बढ़ा रही हो
हमसे दिल को तोड़ रहे हो
हमारे अरमानो का गला घोट रहे हो
हमे चोट के बाद चोट दे रहे हो
हमारे जजबातो के साथ खेल रहे हो
हमे खुन के आँसूँ से रुला रहे हो
हमे दिन रात तड़पा रहे हो
हमे जितेजि मार रहे हो
अगर इसतरह के इरादे मन में थे
तो हमसे प्यार का नाटक क्यूँ किया
हमको जितेजि मार दिया
भगबान मुझे इतनी शक्ति देना
हम किसीसे दिल फिर ना लगाएंगे
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