राही और राहें
मैं एक ऐसी राही हूँ
जिसका रास्ता खतम नहीं होगा
मैं एक एसी दीवानी हूँ
जिसकी दीवानेपन कि हद नहीं’
मैं एक एसी सायर हूँ
जिसकी सायरी दिल को बेवफा से आगाज करता है
मैं एक एसी समा हूँ
जो हमेशा आग मैं जलती रहती हूँ
मैं एक एसी पगली हूँ
जिसकी पागलपन कि हद नहीं
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