सदियों के बाद

आज सदियों के बाद तुम्हे देखकर चैन मिला
बेचन दिल को करार मिला
वही के वही हो तुम कुछ भी नहीं बदला
बदला है तो वक़्त और तुम्हारा कद
उसी तरह से अभिमान करते हो
मुझे चिडते हो, बाद में हसने की लाख कोसिस करते हो
घर में आने को कह्कर चले जाते हो
सही वक़्त मे आने की वादा कर के जाते हो
मुझे अपने दिया को संभाल के रखने को कह् जाते हो
मंजिल मेरा कदम चूमेगी यह एह्सास दिलाते हो
फिर से सही वक़्त मे आने क वादा करते हुए जाते हो
मेरे आँखों में फिर से आसु दे जाते हो

Comments

Popular posts from this blog

कोइ खास

मुबारक

तुमसे गुज़ारिश