टूटा हुआ मानसी
दिल तोड़ कर चले गए
पीछे एक बार मुड़कर देखा नहीं
चैन लुटाकर चले गए
पीछे एक बार मुड़कर देखा नहीं
सपने तोडकार चलेगए
पीछे एक्बार मुड़कर देखा नहीं
मेरे खुसिओं को छीनकर चलेगए
पीछे एक्बार मुड़कर देखा नहीं
मेरे वफाओं को भुलाकर चलेगए
पीछे एक्बार मुड़कर देखा नहीं
मेरे जजबातों को साथ खेलकर चलेगए
पीछे एक्बार मुड़कर देखा नहीं
मेरी मोहब्बत का इतना बड़ा सजा तुमने दे दिआ
जिसे वयान करने के लिए शब्दो की कमी है
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