केसा है कौन है वो
मेरी निगाहें किसे
ढूँड रही है
मेरे होठों पे किसके
लिए हाँ है
मेरे कानों को किसकी
आहट का इंतेज़ार है
मेरे दिल को किसका
इंतज़ार है
कौन है की जिसके लिए
मेरा तन मन बेकरार
है
वो
कोई फरिस्ता है या
कोई
शह्जादा
जनत
पर है या धरती पर
लेकिन
वह जहाँ पर भी है
वह
सिर्फ मेरा है
वह
सिर्फ मेरे लिए बना है
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