शिकायत
वफा के राहों में चलते चलते वेवफा कैसे बनगए
प्यार के राहों मे चलना सिखाकर तुम कैसे दुर होगए
हमारी मज़बूरी को कैसे न समझपाए?
हमारे दर्द को कैसे एहसास करना पाए
तुमने ही कहा था जब कोइ तकलीफ हो
था कोइ मुसीबत तो बेधड्क मुझसे पूछना
लेकिन असली वक़्त में तुमने दामन छुड़ालिया
हमको इतनी बडी़ दुनिया में अकेले छोड़ दिया
हमारी मोहब्बत का इतना बड़ा सजा दिया
हमसे सारे रिश्ते नाते तुडवा लिया
न हमने तुमसे मांगे पैसा या जेवरात
माँगा तो था सिर्फ दिल मे अधिकार
लेकिन तुम उसको भी दे ना सकते
ठीक है कोई बात नहीं
लेकिन इस तरह रिश्ता टूटाकर तुम जा सकते नहीं
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