तुम क्या हो?

एक परि थीं, एक सह्जादा था
वह परी उस सह्जादे पर मरती थी
लेकिन वह परी उस सह्जादे को कुछ कह नहीं पाती थी
वह सेह्जादा भी परी कि दिल की बातों से अंजाना था
वह तो एक दम भोला था, एकदम प्यारा था, सबसे न्यारा था
लेकिन परी कि दिल की बातों से बिलकुल अंजाना था
अबतक उनकी कहानी अधूरी है
परी आजतक उस सह्जादे से अपनी दिल कि बात कह नहीं पाइ हैं
वह सह्जादा भी आजतक उसे समझ नहीं पाया है
अबतक यह कहानी इतनी है
मुझे इंतज़ार है उस दिनका
जब परी सह्जादे का मिलन होगा
मेरी कहानी की अंत होगी?

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