वक़्त

जब हम तुमको चाहते थे तुम्हे कदर नहीं थी
आज तुम चाहते हो हमें वक़्त नहीं है
अजीब यह मोहबत है
वक़्त कैसे करबटें बदलता है......

Comments

Popular posts from this blog

कोइ खास

मुबारक

तुमसे गुज़ारिश